आज उमा भारती करेंगी शिव मंदिर में जलाभिषेक


भोपाल । सोमवार को रायसेन में सियासी माहौल गर्म रहने वाला है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी रायसेन जाएंगी और ऐतिहासिक किले पर बने शिव मंदिर में जलाभिषेक करेंगी। उमा भारती ने जिला प्रसाशन को भी पत्र लिखकर इस बारे में अवगत करा दिया है।दरअसल, रायसेन किले में बने सोमेश्वर धाम मंदिर का निर्माण परमारकालीन राजा उदयादित्य ने करवाया था। उस दौर में राजघराने की महिलाएं मंदिर में पूजा करने जाती थीं। सन् 1543 तक यह स्थान मंदिर के रूप में प्रतिष्ठित रहा। इसके बाद राजा पूरणमल को शेरशाह ने हरा दिया। उसके शासनकाल में यहां शिवलिंग को हटाकर मस्जिद बना दी गई।

आजादी के बाद से लगा हुआ है ताला
आजादी के बाद से सन् 1974 तक मंदिर पर ताले लगे रहे। फिर उस दौरान एक बड़ा आंदोलन हुआ था। जिसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाशचंद सेठी ने मंदिर के ताले खुलवाए थे। आंदोलन के बाद से मंदिर एक बार महाशिवरात्रि पर 12 घंटे के लिए खुलता है। इस दिन यहां मेले का आयोजन भी होता है। बीते दिनों व्यास गद्दी से शिवमहापुराण कथा के दौरान हजारों श्रद्धालुओं के सामने पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के राज्य में ही 'शिवÓ कैद में हैं. ऐसे में कैसे सुख हो सकता है. रायसेन के लोगों धिक्कार है, जो आज तक उनको बाहर नहीं ला सके. पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि मैं शिवराज जी से अपील करता हूं कि वो मंदिर के ताले खुलवाएं.

उमा भारती आज जाएंगी शिव मंदिर
वहीं उमा भारती ने इस मुद्दे को हाथों हाथ लिया है। उन्होंने फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया पर किला मंदिर और किले के इतिहास को लेकर कई पोस्ट किए हैं। साथ ही 11 अप्रेल को किला पहुंचकर भगवान सोमेश्वर का जलाभिषेक करने की घोषणा भी की है। राजा पूरणमल, रानी रत्नावली और उनके बच्चों का तर्पण करने की बात भी कही है। कई संगठनों ने भी भोपाल में ज्ञापन देकर मंदिर के ताले खोलने की मांग की है। इससे शहर के लोगों में उत्साह है। ऐसे में प्रशासन की सांसे फूलना लाजमी है, क्योंकि अभी मंदिर के ताले खोलने का कोई निर्णय नहीं हुआ है। उमाभारती फायर ब्रांड नेता के रूप में जानी जाती हैं, वे कब क्या कदम उठा लें यह कोई नहीं जानता, लिहाजा उनका रायसेन किले पर आना प्रशासन के लिए महत्वपूर्ण कार्यक्रम हो गया है।

विभिन्न संगठनों ने उठाई ताला खोलने की मांग
शिव मंदिर को लेकर विभिन्न संगठन और राजनीतिक दल भी सक्रिय हो गए हैं। उमाभारती के बाद विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी मंदिर खोलने की मांग का समर्थन किया। विश्व ङ्क्षहदू परिषद, बजरंग दल, करणी सेना के राष्ट्रीय नेताओं ने भी भोपाल में ज्ञापन देकर मंदिर खोलने की मांग की है। रायसेन ब्लॉक कांग्रेस ने भी मंदिर खोलने की मांग को लेकर प्रशासन को ज्ञापन देकर पंडित मिश्रा की अपील का समर्थन किया है।