भोपाल  । राजधानी सहित प्रदेश भर में बीते पांच दिनों से कडाके की सर्दी पड रही है। आगामी दो फरवरी के बाद ठंड से राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। उत्‍तर से आ रही सर्द हवाओं के प्रभाव से भोपाल इन दिनों कड़ाके की ठंड की चपेट में है। हालात यह हैं कि पिछले पांच दिनों से जहां दिन में भी ठिठुरन बनी हुई है, वहीं रात में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। संभवत: यह पिछले 10 वर्ष में पहला मौका है, जब लगातार पांच दिन शीतल दिन और पांच रात में शीतलहर की स्थिति बनी है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि दो फरवरी के बाद ही कड़ाके की ठंड से राहत मिलने के आसार हैं। शहर में 24 जनवरी से बर्फीली हवाओं के चलने से ठंड ने अचानक यू-टर्न लिया था। 24 जनवरी को न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जो 25 जनवरी को 4.4 डिग्री सेल्‍सियस लुढ़ककर 5.5 डिग्री पर आ गया था। उसके बाद से रात का पारा लगातार पांच-छह डिग्री सेल्सियस के बीच झूल रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्‍सियस पर आ गया जो सामान्य से सात डिग्री सेल्‍सियस कम रहा। शनिवार को इसमें मामूली बढ़ोतरी हुई और न्‍यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्‍सियस दर्ज किया गया, जो सामान्‍य से छह डिग्री सेल्‍सियस कम रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक आज एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर में दाखिल हो सकता है। इसके असर से रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। इसके अलावा दो फरवरी को एक तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के असर से हवाओं का रुख बदलने से रात के तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। इससे ठंड से राहत मिलने लगेगी। बीते चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश में सबसे कम न्‍यूनतम तापमान पचमढ़ी में (0.4 डिग्री ) दर्ज किया गया। वहीं नौगांव में 2.6 डिग्री सेल्‍सियस न्‍यूनतम तापमान रहा। उधर, भोपाल में अधिकतम तापमान भी तीन दिन तक 19 डिग्री सेल्‍सियस के आसपास बना रहा। शुक्रवार को अधिकतम तापमान भी कुछ बढ़कर 21.5 डिग्री तक पहुंचा। यह भी सामान्य से पांच डिग्री सेल्‍सियस कम रहा।