अभिषेक अग्रवाल के फर्जी कॉल पर आईपीएस आदित्य कुमार की गलतियों पर पर्दा डाल क्लीन चिट देने वाले बिहार के डीजीपी एसके सिंघल खुद फंस गए हैं । भाजपा नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने उन्हें कटघरे में खड़ा करते हुए कार्रवाई की मांग की है। सुशील मोदी ने इस मामले में सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डीजीपी के बचाव में उतर गए हैं। कहा यह भी जा रहा है कि नीतीश कुमार ने डीजीपी सिंघल को माफ कर दिया है।

पटना में कृष्ण सिंह की जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि देने के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत में नीतीश कुमार ने माना कि डीजीपी से गलती हुई है। लेकिन इस पर ध्यान नहीं देना चाहिए। मीडिया कर्मियों ने जब सीएम से सवाल किया कि डीजीपी ओर से लैप्स हआ है।  इस पर मुख्यमंत्री ने हंसते हुए पूछा कि यह कौन सा महीना है? जब जवाब आया अक्टूबर है तो सीएम ने कहा डीजीपी कब रिटायर होने वाले हैं? इस तरह हंसते हुए मुख्यमंत्री ने आईपीएस आदित्य कुमार प्रकरण में डीजीपी की गलती को दरकिनार कर दिया।

सीएम पटना में मीडिया कर्मियों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि फर्जी आदमी डीजीपी को कॉल कर रहा था जिसे वह नहीं समझ सके। लेकिन, जैसे ही उनकी समझ में बात आई तो उन्होंने कार्रवाई शुरू कर दी। एसके सिंघल का पक्ष लेते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि अन्य मामलों में वह बहुत अच्छे हैं। लॉ एंड ऑर्डर को लेकर उनका परफॉर्मेंस ठीक है।अभिषेक अग्रवाल के फर्जी कॉल को नहीं पकड़ सके इस वजह से कुछ चूक हो गई।