राज्य सरकार पटना चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (पीएमसीएच) को 5462 बेड वाले अस्पताल के रूप में पुनर्विकसित कर रही है। इतने बड़े और बेड संख्या वाले अस्पताल को राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के मानकों के अनुसार संचालित करने के लिए हजारों की संख्या में डाक्टर, नर्स समेत स्वास्थ्य कर्मियों की आवश्यकता होगी। जिसका आकलन करने के बाद सरकार ने 4315 पद सृजन का निर्णय लिया है। जिस पर मंत्रिमंडल की स्वीकृत प्राप्त है।

वैकेंसी को लेकर महालेखाकार को किया गया सूचित

स्वास्थ्य विभाग की ओर से 4315 स्वीकृत पदों की सूची जारी कर दी गई है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव शशांक शेखर सिन्हा ने इस संबंध में महालेखाकार को भी सूचित कर दिया है। विभाग के अनुसार वर्तमान में पीएमसीएच 1750 बेड का अस्पताल है।

अस्पताल की बेड क्षमता से एक दिन में कई गुणा अधिक रोगी आते हैं। जिसे देखते हुए सरकार ने इस अस्पताल को चरणबद्ध तरीके से 5642 बेड का अस्पताल बनाने की पहल शुरू की थी। योजना का प्रथम चरण पूरा हो चुका है। जिसके बाद विभाग ने राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के मानकों के अनुसार इस अस्पताल के लिए 4315 पद सृजित किए हैं।

स्वीकृत कुछ चुनिंदा पद

सुपरीटेंडेंट 6, डिप्टी सुपरीटेंडेंट 3, शिशु रोग विशेषज्ञ डाक्टर 21, सर्जरी विशेष डाक्टर 24, यूरो सर्जरी विशेषज्ञ डाक्टर 5, न्यूरो विशेष डाक्टर 5, आर्गन ट्रांसप्लांट विशेष डाक्टर 5, चीफ नर्सिंग सुपरीटेंडेंट 3, प्रशासनिक मेडिकल अफसर 4, वार्ड सिस्टर 152, मेडिकल अफसर 167, बायो मेडिकल इंजीनियर 3, डिजिटल मेमोग्राफी टेक्नीशियन 6, क्लर्क 128, डाटा इंट्री आपरेटर 200, ड्रेसर 56 समेत अन्य सैकड़ों पद हैं। इनके वेतन पर वार्षिक व्यय 217.25 करोड़ का अतिरिक्त खर्च आएगा।