​​​​​​बिलासपुर में 10 बदमाशों ने मिलकर ई-रिक्शा चालक पर डंडा व रॉड से जानलेवा हमला कर दिया। लिंगियाडीह निवासी अब्दुल वहाब (32साल) ई-रिक्शा चालक है। गुरुवार की रात वह अपने घर जा रहा था। तभी अपोलो अस्पताल के पास बऊवा और उसके 9 साथियों ने उसे रोक लिया। इस दौरान बऊवा ने थाने में केस दर्ज कराने के नाम से उसे गाली देने लगे। उसके मना करने पर बऊवा और साथियों ने डंडा व रॉड से अब्दुल को पीटा, जिससे वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर गया।

जिस समय हमलावर अब्दुल वहाब की पिटाई कर रहे थे, उसी समय पुलिस की डायल 112 की गाड़ी आती दिखी। इसके बाद हमलावर बदमाश घायल अब्दुल को छोड़कर भागने लगे। पुलिस ने गाड़ी रोकी और घायल चालक को इलाज के लिए अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया।तीन दिन पहले चालक अब्दुल के साथ बदमाशों ने विवाद करते हुए मारपीट किया था। इसके बाद अब्दुल ने उनके खिलाफ थाने में केस दर्ज करा दिया था। लेकिन, पुलिस ने आरोपियों को न तो थाने बुलाकर पूछताछ की और न ही उनकी गिरफ्तारी पर ध्यान दिया। इसके चलते बदमाशों का हौसला बढ़ गया और मौका पाकर दोबारा हमला कर दिया।रिक्शा चालक ने पहले केस दर्ज कराया, तब पुलिस ने साधारण मारपीट का मामला दर्ज किया। इसके बाद दोबारा जानलेवा हमला हुआ। फिर भी पुलिस ने सामान्य व जमानती धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। इसके चलते पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहा है।