वडोदरा: गुजरात के वडोदरा के पास बुधवार को बड़ा एक हादसा हुआ. आणंद जिले के मुजपुर के पास महिसागर नदी पर बना 'गंभीरा पुल' अचानक ढह गया. इससे चार वाहन नदी में गिर गए. इस हादसे में 10 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं, 6 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. इसके साथ-साथ राहत बचाव दल ने 5 लोगों को सुरक्षित बचा लिया है. घटना के बाद पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए और बचाव अभियान में मदद की.

वडोदरा जिले के पादरा और आणंद के गंभीरा इलाकों को जोड़ने वाला एक पुल आज सुबह ढह गया. इस पुल का इस्तेमाल मध्य गुजरात से सौराष्ट्र जाने वाले वाहनों के लिए मुख्य मार्ग के रूप में किया जाता था. पुल के ढहने का मुख्य कारण रखरखाव में कमी बताया जा रहा है. मृतकों की पहचान नहीं हो पायी है. इस हादसे से इलाके में लोगों में प्रशासन के खिलाफ रोष है.

10 लोगों की मौत, 5 को बचाया गया
हादसे की खबर मिलते ही आस पास के गांव के लोगों की भीड़ जुट गई. फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ की टीम ने तुरंत कार्रवाई की. नदी से पांच लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है. हादसे का शिकार हुए वाहनों के नदी में होने की आशंका है और बचाव कार्य अभी भी जारी है.

राहत एवं बचाव कार्य
दुर्घटना के समय पुल के ऊपर से कई वाहन गुजर रहे थे. स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस, दमकल और बचाव दल को सूचित किया और बचाव अभियान शुरू किया गया. वडोदरा और आणंद जिलों के अधिकारी मौके पर पहुंच गए. हादसे में एक बोलेरो, एक जीप समेत चार वाहन नदी में गिरे. हादसे के बाद एक टैंकर को पुल पर लटका हुआ दिखा. लोगों का आरोप है कि कई दशकों से इस पुल की मरम्मत नहीं की गई थी. रखरखाव में कमी के चलते पुल जर्जर हो गया था.

गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि महिसागर नदी पर स्थित गंभीरा पुल का एक हिस्सा ढहने से पाँच से छह वाहन नदी में गिर गए. यह पुल मध्य गुजरात और राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्रों को जोड़ता है. उन्होंने कहा कि पुल का निर्माण 1985 में हुआ था और जरूरत पड़ने पर समय-समय पर इसका रखरखाव किया जाता था. मंत्री ने कहा, 'घटना के पीछे के सही कारण की जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तकनीकी विशेषज्ञों को घटनास्थल पर पहुँचने और पुल ढहने के कारणों की जाँच करने का निर्देश दिये हैं.
तस्वीरों में दो खंभों के बीच पुल का पूरा स्लैब ढहा हुआ दिखाई दे रहा है. एक ट्रक किनारे पर खतरनाक रूप से लटका हुआ है. पादरा पुलिस निरीक्षक विजय चरण ने पहले बताया था कि यह घटना सुबह करीब 7.30 बजे हुई. 900 मीटर लंबे गंभीरा पुल में 23 खंभे हैं.


पीएम मोदी ने हादसे पर दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुल के ढहने की घटना पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि हादसे में जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है वह बेहद दुखद है. उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. इसके अलावा पीएमओ ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की. घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएँगे.


गंभीरा पुल का महत्व
आणंद जिले के गंभीरा गांव और वडोदरा जिले के पादरा तालुका के मुजपुर को जोड़ने वाला गंभीरा पुल, दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र को जोड़ने वाला एक पुल है. ये वर्तमान में दहेज विशेष आर्थिक क्षेत्र, जंबूसर फार्मा विशेष आर्थिक क्षेत्र, सूरत, हजीरा और मुंबई को सौराष्ट्र से जोड़ता है. इसके साथ ही, सौराष्ट्र, कच्छ और उत्तर गुजरात के लोग तटीय राजमार्ग पर स्थित गंभीरा पुल का उपयोग मुंबई, पुणे, नासिक सहित दक्षिण भारत जाने के लिए करते हैं.

गंभीरा पुल के ढहने से वैकल्पिक मार्गों पर हजारों लग्जरी कारों, ट्रकों और वाहनों का दैनिक यातायात बढ़ने की संभावना है. मुंबई और दक्षिण गुजरात को जोड़ने वाले एक्सप्रेसवे के साथ-साथ पुराने अहमदाबाद-वडोदरा राजमार्ग पर यातायात का भार बढ़ जाएगा. लगभग 45 साल पुराने गंभीरा पुल का नाम आणंद जिले में महिसागर नदी के तट पर स्थित अंकलाव गाँव के नाम पर रखा गया है.

गंभीरा पुल वर्तमान में पादरा, जंबूसर, आमोद, वागरा और भरूच जिलों में विभिन्न विशेष आर्थिक क्षेत्रों (SEZ) में फलते-फूलते उद्योगों और औद्योगिक प्रगति में एक प्रमुख भूमिका निभाता है. गंभीरा पुल के ढहने से सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के बीच की दूरी 150 किलोमीटर बढ़ जाएगी. गंभीरा पुल के ढहने के कारण, अधिकारियों ने वाहनों को वडोदरा से वासद मार्ग से जाने का निर्देश दिया है.