भोपाल । केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल द्वारा नरवाई को खेत से अलग करने के लिए कई कृषि उपकरण तैयार किए गए हैं। नरवाई खेत में आसानी से हटाई जा सके। इसके लिए रीपर कंबाइन, रीपर बाइंडर और रोटावेटर तैयार किया गया है। मशीनों पर राज्य सरकार द्वारा 40 से 50 फ़ीसदी का अनुदान भी किसानों को दिया जा रहा है। सरकार के इस प्रयास से किसानों को बड़ा लाभ होगा। 

स्ट्रा रीपर कंबाइन
इस उपकरण का उपयोग ट्रैक्टर के साथ किया जाता है। हार्वेस्टर से फसल की कटाई के बाद फसल के बचे शेष अवशेष को यह उपकरण, भूसा के रूप में परिवर्तित कर देता है। किसानों को अतिरिक्त भूसा उपलब्ध होता है। 

रीपर बाइंडर उपकरण
इस उपकरण के माध्यम से नरवाई काटने के बाद इसके बंडल बना देती है। गेहूं धान आदि की फसल कटाई के साथ नरवाई कटाई के लिए इसका उपयोग किया जाता है। 

रोटावेटर उपकरण
इस मशीन की सहायता से नरवाई के छोटे-छोटे टुकड़े कर इसे जमीन में ही मिला दिया जाता है। मिट्टी को ऊपर नीचे कर दिया जाता है। जिसके कारण जमीन में ऑक्सीजन का संचार होने लगता है। वहीं जमीन के अंदर खाद भी बनती है। किसानों को अगली फसल में इसका बड़ा फायदा होता है। सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी की रोक के बाद सरकार ने इन मशीनों को तैयार किया है। किसानों को अब नरवाई को जलाना नहीं पड़ेगा। उन्हें भूसा भी अतिरिक्त मात्रा में प्राप्त होगा। वहीं जमीन की उर्वरा शक्ति भी बेहतर होगी।